सूचना का अधिकार रोजगार का माध्यम भी बन सकता है… पढ़िए व्यवसायिक पहलू…
1. बिज़नेस रिसर्च और मार्केट इंटेलिजेंस
सटीक और प्रमाणिक जानकारी आधारित व्यवसायिक गतिविधि किसी भी व्यवसाय को मजबूत निर्णायक आधार प्रदान करती है l उल्लेखनीय है कि, तथाय्त्मक व्यवसायिक जानकारी में मुख्यतः सरकारी योजनाओं, टेंडर, सब्सिडी, और उद्योग नीति से जुड़ी जानकारी आती है । जिसे Right To Information act 2005 के तहत प्राप्त की जा सकती है। #rti
बड़ा पूंजी निवेश करने से पूर्व प्रमाणित जानकारी आवश्यक है ।
किसी क्षेत्र में सरकारी निवेश, भूमि आवंटन, या लाइसेंसिंग प्रक्रिया की जानकारी से व्यवसायिक निर्णय बेहतर हो सकते हैं।
2. कंपनी ड्यू डिलिजेंस
शेयर बाजार में रूचि रखने वाले पैसा लगाने से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति जानना चाहते है | यदि कोई कंपनी सरकारी अनुबंधों में शामिल है, तो RTI के ज़रिए उसके प्रदर्शन, भुगतान, या विवादों की जानकारी ली जा सकती है। उल्लेखनीय है कि प्रमाणित जानकरी निवेशकों या साझेदारों के लिए जोखिम मूल्यांकन में सहायक होता है।
3. कर्मचारी हित और श्रम कानून
श्रमिकों के लिए वेतन, PF, ESI जैसी योजनाओं के कार्यान्वयन की जानकारी मांगी जा सकती है। ठेका श्रमिकों के लिए सरकारी निगरानी या शिकायतों की स्थिति जानने में मदद मिलती है।
4. पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन
पर्यावरण संरक्षण के विषय में RTI सभी आधारभूत जानकारी प्राप्त करने के लिए आवश्यक है । RTI का प्रयोग कर किसी औद्योगिक परियोजना के लिए हासिल की गई पर्यावरणीय मंजूरी, जन सुनवाई रिपोर्ट, या CSR गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है। यह सामाजिक रूप से जागरूक व्यवसायों के लिए उपयोगी है—जैसे आपके ‘Save Tree’ ‘Save water’ जैसे विषयों से जुड़े प्रोजेक्ट्स।
5. उपभोक्ता अधिकार और शिकायतें
उपभोक्ता से जुडी सभी समस्याओं का समाधान RTI के माध्यम से हासिल किया जा सकता है यदि कोई उत्पाद या सेवा सरकारी मानकों के अधीन है, तो RTI के ज़रिए गुणवत्ता नियंत्रण, शिकायत निवारण, या लाइसेंसिंग की जानकारी ली जा सकती है।
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